
राजस्थान की राजनीति में इस समय एक युवा नेता सुर्खिंयों में है। हर जुबां पर इस युवा नेता की चर्चा है। कांग्रेस और भाजपा जैसी बड़ी पार्टियों की हालात खस्ता है। यह युवा पाकिस्तान की सीमा से सटे राजस्थान के बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से वर्तमान में निर्दलीय विधायक है। बाड़मेर लोकसभा चुनाव के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में इस युवा नेता ने नामांकन दाखिल किया है। इसका नाम है रविंद्र सिंह भाटी। रविंद्र सिंह भाटी को सुनने और देखने के लिए उसके रोड शो और सभाओं में हजारों की तादाद में लोग उमड़ रहे हैं। बाड़मेर लोकसभा सीट में रविंद्र सिंह भाटी ने चुनावी ताल ठोंककर मोदी सरकार के मंत्री कैलाश चौधरी को सीधे तौर पर चुनौती दे दी है।
नामांकन के दौरान भाटी को सुनने और देखने के लिए लोगों का जनसैलाब सड़कों पर उतर गया। अब हर कोई जानना चाहता है कि आखिर इस 26 साल के युवा नेता में ऐसी क्या खास बात है, जो इसे जनता का इतना समर्थन मिल रहा?
रविंद्र सिंह भाटी पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद का बयान- हमारा था, लेकिन बिगड़ कर चला गया…अकेला क्या करेगा?
रविंद्र सिंह भाटी के साथ संयोग से एक फिर इतिहास दोहराया जा रहा है. जो उनके साथ विधानसभा चुनाव 2023 में हुआ था. जब वह शिव विधानसभा सीट से बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ खड़े हुए थे ?
लोकसभा चुनाव 2024 में राजस्थान का बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट सबसे बड़ा हॉटशीट बन गया है. जहां निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी काफी चर्चाओं में हैं. रविंद्र भाटी के समर्थकों का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. जिसके बाद बीजेपी-कांग्रेस समेत इस सीट के सभी प्रत्याशियों के होश उड़े हुए हैं. माना जा रहा है रविंद्र भाटी को हराना किसी भी पार्टी के लिए आसान नहीं होगा. इसके साथ ही यह भी माना जा रहा है कि रविंद्र सिंह भाटी के उनका किस्मत भी साथ दे रही है.